Wednesday, April 27, 2011

दर्दे दिल सहे भी तो कैसे ..... इस्हारे मोहब्बत करे भी तो कैसे..... ये दुनिया साली एतबार नहीं करती .... मेरे जस्बातों की कद्र नही करती .............

1 comment:

  1. इस्हारे मोहब्बत करे भी तो कैसे.....
    दर्दे दिल सहे भी तो कैसे ......
    बिन तेरे जीये भी तो कैसे......
    भूले भी तो तुझे हम,, भूले हम कैसे.....

    ReplyDelete